My Life was Painful. I was not able to walk and do my daily work and even Prayers due to extreme pain in my right hip. M Life has changed now. I have a new leash of Life. I'm thankful to Dr. Anand Vadehra & all members of Alshifa Multispeciality Hospital.
ज़िंदगी और मौत तो अल्लाह के हाथ में है लेकिन अगर ये अलशिफा हॉस्पिटल न होता तो शायद मेरे बेटे की जान बचनी बहुत मुश्किल थी. कुछ ऐसा कहना है अबुल फज़ल L-83 में रहने वाले लियाकत अली का. लियाकत अली का २२ साला नौजवान बेटा मोहम्मद आसिफ जो के पेशे से इलेक्ट्रीशियन है अपने घर के पास ही काम कर रहा था के तार अचानक हाथ पर गिरा और करंट के झटके की वजह से मोहम्मद आसिफ ज़मीन पर गिर पड़े. अब मोहम्मद आसिफ बिलकुल तंदरुस्त हैं मैं अलशिफा की मेडिकल टीम व् मैनेजमेंट का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ.